29 जुलाई, 2016

क्या गलत किया है



शर्तों पर अवश्य टिका है
पर मैंने तेरे नाम
पूरा जीवन लिख दिया
आज के युग में
सुरक्षा लगी आवश्यक
तभी शर्तों का सहारा लिया
क्या कुछ गलत किया
भावनाएं थी प्रवल
जब अनुबंध पर
दस्तखत किये थे
फिर भी मस्तिष्क था सजग
जब तेरा साथ किया था
तभी दौनों की
जुगलबंदी चल रही है
है यह आज की मांग
क्या मैंने गलत किया है
विश्वास पर रिश्ते टिके हैं
फिरभी सुरक्षा लगी आवश्यक
समाज गवाह बना है
इस प्यारे से रिश्ते का
मैंने क्या गलत किया है |
आशा

28 जुलाई, 2016

नन्हां मित्र

नन्हा पौधा हाथों में के लिए चित्र परिणाम
- बहुत व्यस्त हूँ
मुझे एक नन्हां मित्र मिला है
छोटे से पौधे के रूप में
उसे ही हाथों में लिए हूँ
सहेज रही हूँ
अभी तो गड्ढा किया है
ताजी मिट्टी डाली है
यही इसका धर होगा
जहां यह अपनी
जड़ें जमाएगा
रोज जल से इसे
सिंचित करूंगी
अपने मन की बातें
इससे ही कहूंगी
जब यह बड़ा होगा
हरा भरा वृक्ष होगा
यहीं आ कर
विश्राम भी करूंगी |
आशा