tag:blogger.com,1999:blog-1607520654597445775.post7600344455352445646..comments2024-03-29T09:38:38.923+05:30Comments on Akanksha -asha.blog spot.com: प्रेम के प्रतीकAsha Lata Saxenahttp://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-1607520654597445775.post-34531360892679040862011-04-16T12:27:28.086+05:302011-04-16T12:27:28.086+05:30सदा साथ रहते थे
कभी जुदा ना होते थे |
नैसर्गिक प्र...सदा साथ रहते थे<br />कभी जुदा ना होते थे |<br />नैसर्गिक प्रेम था उनमें<br />जो मनुष्य में लुप्त हो रहा<br />आदरणीया आशा जी यों तो आप ने देखा ही है की हम इस समाज के दर्द- व्यथा -पीड़ा -से भरे हैं मेरी कविताये अधिकतर आग ह्रदय में समेटे रहती हैं पर कभी कभी हम आप की रमणीय प्रकृति में आ कुछ पल बिता लेते हैं ,मन को न जाने इस देश में और कब ,कहाँ शांति मिल पाए इसलिए , <br />बहुत सुन्दर आप की रचनाएँ ,मन को छू जाती हैं मन कहे तो अपना सुझाव व् समर्थन हमें भी दें <br />सुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर५Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1607520654597445775.post-25934173868790517582011-04-15T22:54:15.697+05:302011-04-15T22:54:15.697+05:30हर जीव से प्यार करना चाहिए। आपने रचना के माध्यम से...हर जीव से प्यार करना चाहिए। आपने रचना के माध्यम से उत्तम संदेश दिया है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1607520654597445775.post-9158613956677028582011-04-15T22:46:24.428+05:302011-04-15T22:46:24.428+05:30बहुत ही मार्मिक रचनाबहुत ही मार्मिक रचनाrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1607520654597445775.post-72316796409096479642011-04-15T20:05:42.127+05:302011-04-15T20:05:42.127+05:30कल "शनिवासरीय चर्चा" में आपके ब्लाग की &...कल "शनिवासरीय चर्चा" में आपके ब्लाग की "स्पेशल काव्यमयी चर्चा" की जा रही है...आप आये और अपने सुंदर पोस्टों की सुंदर काव्यमयी चर्चा देखे और अपने सुझावों से अवगत कराये......at http://charchamanch.blogspot.com/<br />(16.04.2011)Er. सत्यम शिवमhttps://www.blogger.com/profile/07411604332624090694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1607520654597445775.post-69917191481226089802011-04-15T14:04:27.052+05:302011-04-15T14:04:27.052+05:30दर्दभरी कथा ! मानव से इतनी संवेदनशीलता की अपेक्षा ...दर्दभरी कथा ! मानव से इतनी संवेदनशीलता की अपेक्षा भी अब समाप्त होती जा रही है ! सृष्टि का सबसे बुद्दिमान प्राणी समझा जाने वाला मानव ही सबसे अधिक अमानवीयता एवं हृदयहीनता के प्रमाण देता रहता है ! मार्मिक रहना !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1607520654597445775.post-22337533266843264462011-04-15T12:34:17.011+05:302011-04-15T12:34:17.011+05:30आदरणीय आशा जी ,
मर्म को छू गयी , आँ...आदरणीय आशा जी ,<br /><br /> मर्म को छू गयी , आँखों को नम कर गयी आपकी रचना |<br /><br />सारस के के जोड़े में अद्भुत प्रेम होता है , यह दृश्य मैंने भी देखा है | एक के मरने पर दूसरे ने तड़फ -तड़फ कर जान दे दी |<br /><br /> काश ऐसा ही प्रेम इंसान में भी होता !सुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1607520654597445775.post-74834722878906967692011-04-15T10:09:16.446+05:302011-04-15T10:09:16.446+05:30bahut hee marmik chitran.....bahut hee marmik chitran.....Apanatvahttps://www.blogger.com/profile/07788229863280826201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1607520654597445775.post-70680472385050607792011-04-15T09:15:49.524+05:302011-04-15T09:15:49.524+05:30एक सुबह लोगों ने देखा
वह भी दम तोड़ चुका था
चारों ...एक सुबह लोगों ने देखा<br />वह भी दम तोड़ चुका था<br />चारों ओर सन्नाटा था<br />सारस उगल अब ना था<br />पर यादें उनकी बाकी थीं |<br />bahut marmikरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1607520654597445775.post-28746092202862178802011-04-15T07:43:12.427+05:302011-04-15T07:43:12.427+05:30आदरणीय आशा माँ
नमस्कार !
कोमल भावों की शानदार कवित...आदरणीय आशा माँ<br />नमस्कार !<br />कोमल भावों की शानदार कविता ने मन मोह लिया.<br />बहुत सुन्दर कविता..........दिल को आनन्दित करती हुई पंक्तियाँ!<br />आप से अच्छा लिखने की प्रेरणा मिलती है बहुत सुंदरसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.com