कुछ नया लिए
कल सुबह आए
खुशियों की सौगात लिए |
तैयारी की स्वागत की
जागे सारी रात
अनोखा उत्सार जगा
नया साल कुछ खास लगा |
स्वप्नों के तानेबाने से
एक नया संसार बुना
जहां न हो भेदभाव
हो भाई चारा बेमिसाल |
हर ओर अमन चैन फैले
प्रेममय सब जग लगे
तभी तो आने वाला कल
आएगा उज्वल भविष्य लिए |
संभावनाएं होंगी अनेक
लिए उत्साह हर क्षेत्र में
है कामना आए यह साल
समृद्धि की मशाल लिए |
आशा