कद्दावर हो सक्षम हो
भार वहन कर सकते हो
बताओ हर्ज ही क्या है
अब साथ चलने में |
मैंने भी कुछ कम
यत्न नहीं किये हैं
खुद को सरल बनाने में
तुम्हारे अनुकूल करने में
बहुत हद तक सफल भी हुई हूँ
तुमको रिझाने में
खुद ही सोचो विचारों
क्या लायक नहीं हूँ तुम्हारे लिए
बताओ हर्ज ही क्या है
अब साथ चलने में |
साथ जब चलोगे लोग कहेंगे
बहुत खूब जोड़ी है |
आशा