कौन कहता है तुम मेरे नहीं हो 
तुम से अपेक्षा भी नहीं मुझ को 
मैंने  माना है तुम्हें अपना 
किसी ने मुझे  बताया नहीं है |
जब उम्र बाली थी मैंने तुम्हें अपनाया था 
एक बरात जाती देख मैंने पूंछा था
यह बेंड बाजा किस लिए 
बारात जा रही थी है शादी की,
माँ ने बताया बड़े सरल भाव से
मीरा ने पूंछा था ,हैं उसके वर कौन
माँ ने कहा यही  श्याम  हैं तेरे वर |
जब बड़ी हुई विवाह हुआ चित्तोड़ के  राजा से
 उसने उनको पति  नहीं  स्वीकारा
उसके लिए मीरा मंदिर बनवाया राजा ने
मीरा मंदिर में रहीं भजन में व्यस्त चित्तोड़ में
ऎसी कहानी है,कृष्ण भक्त रानी मीरा की |