02 अगस्त, 2019

मेहनतकश




  क्या देखते हो घूर कर मुझे
   हूँ श्रमिक 
कर्म करना है प्राथमिकता मेरी
कभी आलस नहीं आता
किसी काम में मुझे
पूरी निष्ठा से निभाता हूँ
कभी किसी पर हंसता नहीं
काम काम सब एक से
कोई छोटा बड़ा नहीं
मुझे शर्म नहीं आती
 बोझा ढोने में
सोचता हूँ शायद प्रभू ने
मेरे लिए ही
 नियत किया है इसे
पूरा कार्य सम्पन्न करके
जितनी प्रसन्नता होती है
बहुत सुख की नींद आती है
कार्य सम्पूर्ण करने पर |
आशा  

01 अगस्त, 2019

मेंहदी



सोलह सिंगारों में प्रमुख 
मेंहदी के रूप अनूप 
हाथों की शोभा होती दुगुनी 
जब पूर्ण कुशलता से रचाई जाती 
कलात्मक हरी हरी मेंहदी 
सावन में मेंहदी से करतीं 
महिलायें अपना श्रृंगार 
हरियाली तीज मनातीं धूमधाम से 
रक्षाबंधन पर बहनों के हाथ 
भरे रहते लाल लाल मेंहदी से 
हल्दी लगाने के बाद 
मेंहदी से सजाये जाते 
हाथ दुल्हन के 
मेंहदी का रंग जितना गहरा होता 
गहन प्यार की गवाही देता 
रचाई गयी कलात्मक मेंहदी से 
लिखा जाता हथेली पर 
प्रियतम का नाम 
बहुत समय लगता उसे खोजने में 
बहुत प्रसन्नता होती दूल्हे को 
देख कर प्रियतमा की हथेली पर 
अपना छिपा हुआ नाम 
दोनों के हाथों में रहता विश्वास 
रहे हाथों में हाथ इसी तरह 
कभी न छूटे साथ ! 


आशा सक्सेना