स्वागत वसंत का
मौसम ने ली है अंगडाई
वादेसबा सन्देश लाई
सारी बगिया महकी
कलियों पर फैली तरुनाई
कोयल की मीठी स्वरलहरी
खीच ले चली बगिया की ओर
सारा उपवन महक रहा
मधुर मनभावन सुगंध से
भ्रमरों की टोली घूम रही
पुष्पों का रस लेने को
रंगबिरंगी तितलियाँ
भी पीछे नहीं रहीं
पूरा चमन रंगमय हो रहा
विविध रंग बिखरे हैं
उस छोटीसी बगिया में
पृथ्वी ने श्रृंगार किया है
वसंत के स्वागत में |
आशा