मेरी बेटी मन मोहनी
बहुत प्यारी सबकी दुलारी
मुझे बहुत भाग्य से मिली है
उस जैसा कोई गुणी नहीं है |
है हर कार्य में निपुण
पढ़ने में सबसे आगे
कोई कार्य नहीं छूटा उससे
सब में है सबसे आगे |
हूँ बहुत भाग्यशाली
मुझे उस जैसी बेटी मिली है
मैंने जाने किस जन्म में
कोई पुन्य किये थे जो उसे पाया |
लोग तो जलते हैंमेरा भाग्य देख कर
उस गुणों की टोकरी को
चाहते हैं वह उमके घर की रौनक बने
उनके घर को रौशन करे |
आज बेटी दिवस मना रहे हैं
दुआ कर रहे हैं काश ऐसी बेटी मिले
हो ऐसी गुण सम्पन जो
दोनो कुलों का नाम रौशन करे |
आशा