22 नवंबर, 2019

हाईकू


१-जाड़ा प्रारम्भ
हलकी सी ठण्डक
कम्पित तन
२-कार्तिक गया
ऋतू शिशिर आई
ठंडा मौसम
३-सिहरन है
तन व बदन में
फटे वस्त्रों में
४-गधों का  मेला
जो है ही  अलबेला
कार्तिक मेला
५-झूले विशाल
बड़ा आनंद देते
बचपन में
आशा

8 टिप्‍पणियां:

  1. जी नमस्ते,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (२३ -११ -२०१९ ) को "बहुत अटपटा मेल"(चर्चा अंक- ३५२८) पर भी होगी।
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।

    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    आप भी सादर आमंत्रित है
    ….
    अनीता सैनी

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  2. उत्तर
    1. सुप्रभात
      टिप्पणी के लिए धन्यवाद अनुराधा जी |

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  3. सुप्रभात
    टिप्पणी हेतु धन्यवाद रिषभ जी

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  4. बढ़िया हाइकू ! सर्दी की सिहरन होने लगी अब !

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  5. धन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |

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