चढ़ाया किस लिए

किसके लिए |

क्यूँ दुःख दिया उसे

झूठे वादों से बहलाया

जो पूर्ण न हो पाएंगे

उसे कष्ट दिया |

खुशी को प्रतिबंधित कर

तुम्हें क्या धन मिला

उसके विश्वास को

क्यों डगमगाया |

तुम्हारी सोच है घटिया

कोई सहन नहीं कर पाता

उसका मन भोलाभाला

तभी भरमाया तुमने |

निश्छल प्यार के लिए

होना चाहिए मन विशाल

यही समझ नहीं पाए

तो क्या किया तुमने |

प्यार की शक्ति है अनुपम

यही खोज है सर्वोत्तम

उस तक पहुँच कर ही

जान पाओगे |

आशा
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