पर मैंने तेरे नाम 
पूरा जीवन लिख दिया 
आज के युग में
 सुरक्षा लगी आवश्यक 
तभी शर्तों का सहारा लिया 
क्या कुछ गलत किया 
भावनाएं थी प्रवल 
जब  अनुबंध पर 
दस्तखत किये थे 
फिर भी मस्तिष्क था सजग 
जब तेरा साथ किया था 
तभी दौनों की
 जुगलबंदी चल रही है  
है यह आज की मांग 
क्या मैंने गलत किया है 
विश्वास पर रिश्ते टिके हैं 
फिरभी सुरक्षा लगी आवश्यक 
समाज गवाह बना है 
इस प्यारे से रिश्ते का 
मैंने क्या गलत किया है |
आशा 
