कालीदास कृति मेघदूतम में वर्णित 
श्रीकृष्ण सुदामा  की अध्ययन
स्थली 
शहर  है बहुत छोटा सा पर
प्राचीन 
 लगता बड़ा सुरम्य |
 बारह ज्योतिर्लिंगों में से
एक 
होता हर कार्य सफल यहाँ 
मन को अपार शान्ति मिलती 
महाकाल की  आराधना  से |
है महाकाल  का महत्व बड़ा 
बारह वर्षों बाद  होता सिहस्थ  यहाँ 
 है हरसिद्धि शक्तिपीठ भी  
 देवी के बावन शक्तिपीठों में
से एक |
हैं यहाँ मंदिर ही  मंदिर 
तभी कहलाता उज्जैन  शहर मंदिरों
का 
सारा दिन कब  कट जाए घूमते 
घूमते 
समय का पता ही नहीं चलता |
क्षिप्रा नदी की सांध्य आरती होती 
भव्य , दर्शनीय और  मनमोहक
 चाहती हूँ  शाम  के इन
पलों को 
अपने ह्रदय में बसालूँ |
है  तो शहर बहुत छोटा सा
 पर लोग हैं मिलनसार  यहाँ 
महमान नवाजी दिल से करते 
                                     अपनत्व झलकता यहाँ |
                                              आशा 




