गहन जंगल ,गहरी खाइयां
लहराते बल खाते रास्ते
था अटूट साम्राज्य जहां
प्राकृतिक वन संपदा का |
थे कहीं वृक्ष गगन चुम्बी
करते बातें आसमान से
चाय के बागान दीखते
हरे मखमली गलीचे से |
हरी भरी वादी के आगे
थी श्रंखला हिम गिरी की
था दृश्य इतना विहंगम
वहीं रमण करता मन |
ऊंचे नीचे मार्गों पर
सरल न था आगे बढ़ना
सर्द हवा के झोंके भी
हिला जाते समूचा ही |
फिर भी कदम ठिठक जाते
आगे बढ़ाना नहीं चाहते
प्रकृति के अनमोल खजाने को
ह्रदयंगम करते जाते |
जब अपने रथ पर हो सवार
निकला सूर्य भ्रमण पर
था तेज उसमें इतना
हुआ लाल सारा अम्बर |
प्रथम किरण की स्वर्णिम आभा
समूची सिमटी बाहों में
उससे ही श्रृंगार किया
हिम गिरी के उत्तंग शिखर ने |
उस दर्प का क्या कहना
जो उस पर छाता गया
दमकने लगा वह कंचन सा
स्वर्ग वहीं नजर आया |
आशा
लहराते बल खाते रास्ते
था अटूट साम्राज्य जहां
प्राकृतिक वन संपदा का |
थे कहीं वृक्ष गगन चुम्बी
करते बातें आसमान से
चाय के बागान दीखते
हरे मखमली गलीचे से |
हरी भरी वादी के आगे
थी श्रंखला हिम गिरी की
था दृश्य इतना विहंगम
वहीं रमण करता मन |
ऊंचे नीचे मार्गों पर
सरल न था आगे बढ़ना
सर्द हवा के झोंके भी
हिला जाते समूचा ही |
फिर भी कदम ठिठक जाते
आगे बढ़ाना नहीं चाहते
प्रकृति के अनमोल खजाने को
ह्रदयंगम करते जाते |
जब अपने रथ पर हो सवार
निकला सूर्य भ्रमण पर
था तेज उसमें इतना
हुआ लाल सारा अम्बर |
प्रथम किरण की स्वर्णिम आभा
समूची सिमटी बाहों में
उससे ही श्रृंगार किया
हिम गिरी के उत्तंग शिखर ने |
उस दर्प का क्या कहना
जो उस पर छाता गया
दमकने लगा वह कंचन सा
स्वर्ग वहीं नजर आया |
आशा
जब अपने रथ पर हो सवार
जवाब देंहटाएंनिकला सूर्य भ्रमण पर
था तेज उसमें इतना
हुआ लाल सारा अम्बर |
प्रथम किरण की स्वर्णिम आभा
समूची सिमटी बाहों में
उससे ही श्रृंगार किया
हिम गिरी के उत्तंग शिखर ने |
सूर्योदय का बहुत ही सुन्दर शब्द चित्र उकेरा है ! आपकी रचनाओं के माध्यम से हम भी उस सुरम्य स्थल की सैर कर पा रहे हैं ! प्यारी रचना ! बधाई एवं आभार !
दमकने लगा वह कंचन सा
जवाब देंहटाएंस्वर्ग वहीं नजर आया |
सुप्रभात का सुंदर दृश्य उपस्थित हुआ !
वाह ...बहुत ही बढिया ।
जवाब देंहटाएंकल 16/11/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है।
धन्यवाद!
अद्भुत कृति,अवर्णनीय !
जवाब देंहटाएंअच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंअद्भुत शब्द चित्र...
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढिया । सुन्दर शब्द योजना....
जवाब देंहटाएंसुंदर चित्रण!
जवाब देंहटाएंअदभुत रचना.....
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुतिकरण।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना!
जवाब देंहटाएंसादर...
वाह! बहुत सुन्दर.
जवाब देंहटाएंआभार,आशा जी.
चाय के बागानों का उल्लेख यानी देश का उत्तर पूर्व यानी सात बहनों का प्रदेश आसाम , मेघालय मणिपुर मिजोरम नागालैंड अरुणाचल त्रिपुरा प्रकृति का अनुपम सौंदर्य पहाड़ वन बर्फ सुन्दर लोग वैविध्यपूर्ण संस्कृति और आपकी सौंदर्य को बाँध लेने वाली दृष्टी और शब्द . बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंप्राकृतिक छटा बिखेरती सुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंbehreen sundar shabd rachna...
जवाब देंहटाएं