छोटी सी है जिन्दगी 
जी भर कर जी ले 
जो कुछ सही गलत किया 
आकलन उसका कर ले 
है जीवन एक बुलबुला 
किसी क्षण क्षय हो जाएगा 
यही सही समय है 
सारा हिसाब किताब करले 
जितने वायदे किये 
यदि पूरे न कर पाए 
अतिरिक्त बोझ मन पर होगा 
यदि बोझ रह गया 
यहाँ वहां मन भटकेगा 
होगा कठिन सहन करना 
 उससे मुक्त न हो पाएगा 
ईश्वर से जब भेट होगी 
जबाब उसे भी देना होगा 
बंधन काट न पाया तो 
क्या मुंह उसे दिखाएगा 
इसी लिए बच मद मत्सर से 
सारे बंधन छोड़ यहीं पर 
खुद को मुक्त कर ले 
जीवन तो क्षण भंगुर है 
सब यहीं छूट जाएगा |
आशा 

बहुत ही सुन्दर रचना ,
जवाब देंहटाएंटिप्पणी हेतु धन्यवाद |
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सारा हिसाब किताब करले
जवाब देंहटाएंजितने वायदे किये
यदि पूरे न कर पाए
अतिरिक्त बोझ मन पर होगा
यदि बोझ रह गया
यहाँ वहां मन भटकेगा
होगा कठिन सहन करना
उससे मुक्त न हो पाएगा
टिप्पणी हेतु धन्यवाद |
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जीवन तो क्षण भंगुर है
जवाब देंहटाएंसब यहीं छूट जाएगा |
जवाब देंहटाएंसारे बंधन छोड़ यहीं पर
खुद को मुक्त कर ले
जीवन तो क्षण भंगुर है
सब यहीं छूट जाएगा |
--बहुत अच्छी लगी
--latest post जिज्ञासा ! जिज्ञासा !! जिज्ञासा !!!
शाश्वत सत्य की बहुत सुन्दर और सशक्त अभिव्यक्ति...
जवाब देंहटाएंटिप्पणी हेतु धन्यवाद कैलाश जी |
हटाएंआशा
बहुत उम्दा सशक्त प्रस्तुति,,,
जवाब देंहटाएंRecent post: एक हमसफर चाहिए.
टिप्पणी हेतु आभार |
हटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर. स्वर्ग नरक के चक्कर में कहीं ज़िन्दगी ही ना छूट जाए.
जवाब देंहटाएंटिप्पणी हेतु आभार |
हटाएंआशा
ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन काँच की बरनी और दो कप चाय - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट शामिल करने के लिए आभार |
हटाएंआशा
jindgi se bhari post...
जवाब देंहटाएंधन्यवाद सुषमा जी |
हटाएंआशा
......सब यही छुट जायेगा.. जीवन को सन्देश देती सुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद रंजना जी |
जवाब देंहटाएंआशा
भौतिक जीवन की नश्वरता को बड़ी कुशलता से बयान किया है ! हर पल बड़ा कीमती है ! उसका सार्थकता से समझ बूझ कर प्रयोग होना ही चाहिये ! बहुत सुंदर रचना !
जवाब देंहटाएंपरम सत्य यही है सब यहीं छूट जाएगा, खाली हाथ आए थे खाली हाथ ही जाना है... सार्थक अभिव्यक्ति...आभार
जवाब देंहटाएंब्लॉग पर आने के लिए आभार संध्या जी |
हटाएंआशा
जीवन के शाश्वत सत्य को उजागर करती बहुत गहन एवँ सुंदर प्रस्तुति ! बहुत बढ़िया !
जवाब देंहटाएंदेर से आने के लिए क्या जुर्माना भरोगी |
हटाएंआशा