सुस्वागतम
ए नव वर्ष आज 
खिले सुमन 
नव बर्ष शुभ और मंगलमय हो |
नव रस में भीगा
नव रस में भीगा
नव वर्ष आने को है 
नया कुछ करना है 
आने वाले के स्वागत में |
आगे कदम बढ़ाना 
जीवन से सीखा है 
सुख दुःख होते क्षणिक 
उनको बिसराना है |
कई अनुभव किये संचित 
बीते वर्षों में 
उनको ही आधार मान 
 कुछ विशिष्ट 
करना है |
जो भी हो नवल 
 प्रेरक प्रोत्साहक 
उसे सहेज कर 
 प्रसारित  करना है |
यह अनुभवों की धरोहर 
कुछ नया कराएगी 
नवरसों का स्वाद 
सब में जगाना है |
आने को है नया साल 
अभिनव प्रयोग करना है 
नव वर्ष का अभिन्दन 
सब भूल कर करना है |
आशा
आशा
 
नव वर्ष का अभिन्दन
जवाब देंहटाएंसब भूल कर करना है |
***
निश्चत ही...!
अनंत शुभकामनाएं!
बहुत सुंदर.
जवाब देंहटाएंनव वर्ष पर कुछ नया, सार्थक एवँ सकारात्मक करने के लिये प्रेरित करती बहुत ही सुंदर रचना ! नए साल की आपको सपरिवार अनन्त हार्दिक शुभकामनायें ! नया साल सुख, स्वास्थ्य एवँ समृद्धि की शानदार सौगात लेकर आये यही मंगलकामना है ! नया साल मुबारक हो !
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति...आप को मेरी ओर से नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं...
जवाब देंहटाएंआ० बहुत बढ़िया प्रस्तुति , नव वर्ष २०१४ की हार्दिक शुभकामनाएं , धन्यवाद
जवाब देंहटाएंनया प्रकाशन -; जय हो विजय हो , नव वर्ष मंगलमय हो
सूचना हेतु धन्यवाद यशवंत जी |नव वर्ष शुभ और मंगलमय हों |
जवाब देंहटाएंआशा
बहुत सुन्दर पंक्तियाँ.
जवाब देंहटाएंआपको नव वर्ष की मंगल कामनाएं...!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति। । नव वर्ष की हार्दिक बधाई।
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