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26 जनवरी, 2014
भीगी चुनरी
1-भीगी चुनरी
यदि वर्षा न होती
खीज न होती |
2
तेरा प्यार भी
मन को नहीं छूता
इकरार भी |
3
खिलती कली
विरवाई में दिखी
दिल छू गयी |
४
हावी बुराई
दब गयी अच्छाई
कहीं खो गयी |
५
दोस्ती फूलों से
जो सुकून दे जाती
कहीं न पाती |
आशा
3 टिप्पणियां:
Anju (Anu) Chaudhary
27 जनवरी 2014 को 1:49 pm बजे
सार्थक हाइकु
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Asha Lata Saxena
28 जनवरी 2014 को 6:53 am बजे
धन्यवाद अनु जी |
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Sadhana Vaid
27 जनवरी 2014 को 10:08 pm बजे
सुंदर चित्रों के साथ उन्हें सार्थक करते सुंदर हाईकू !
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सार्थक हाइकु
जवाब देंहटाएंधन्यवाद अनु जी |
हटाएंसुंदर चित्रों के साथ उन्हें सार्थक करते सुंदर हाईकू !
जवाब देंहटाएं