ग्राम छोटा सा
मरकत डिब्बे सा
अभिनव था |
गाँव की गौरी
सिर पर गगरी
छलक रही |
वृक्षों की छाँव
चतुष्पद धूमते
जल अभाव |
घिरे बदरा
हुआ आसमा स्याह
वर्षा आई ना|
कच्चे झोंपड़े
हरियाली के बीच
मेरे गाँव के |
हुआ आसमा स्याह
वर्षा आई ना|
कच्चे झोंपड़े
हरियाली के बीच
मेरे गाँव के |
मवेशी खड़े
प्रहरी चौराहे के
राह में अड़े |
आशा
प्रहरी चौराहे के
राह में अड़े |
आशा
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