कुछ न कुछ हरकत करता
उछल कूद करता रहता |
खुद छोटा पर पूंछ बड़ी सी
करता बहुत प्यार उसे
वह होती बहुत सहायक
संतुलन कायम रखने में |
इस छत से उस छत पर जाना
पेड़ों पर नर्तन करना
अपनी लम्बी पूंछ लिए
अपनी लम्बी पूंछ लिए
है खेल उसके लिए |
कच्चे पक्के फल खाना
कुछ
खाना कुछ को गिराना
बच्चों को चिपकाए रखना
क्रोध जब कभी हावी होता
दांत दिखाता गुर्राता
फिर भी संयम नहीं छोड़ता
भागने में ही भलाई समझता |
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