मुडेर पर बैठा कागा
याद किसे करता
शायद कोई आने को है
दिल मेरा कहता |
जल्दी से कोई चौक पुराओ
आरते की थाली सजाओ
किसी को आना ही है
मन मेरा कहता |
तभी तो आती हिचकी
रुकने का नाम नहीं लेती
फड़कती आँख
शुभ संकेत देती|
शुभ संकेत देती|
कह रहे सारे शगुन
द्वार खुला रखना
ढेरों प्यार लिए
कोई आने को है |
हैं क्या ये संकेत ही
द्वार खुला रखना
ढेरों प्यार लिए
कोई आने को है |
हैं क्या ये संकेत ही
या मन में उठता ज्वार
कितने सही कितने गलत
आता मन में विचार |
आशा
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