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04 सितंबर, 2017
गुरु की शिक्षा
तुम शिक्षक
हो तो वेतन भोगी
लेकिन दानी
माता के बाद
हे ज्ञान दाता गुरु
तुम्हें नमन
आपसे मिली
शिक्षा की धरोहर
अमूल्य निधि
हूँ जो आज मैं
आपका आशीष है
चरण स्पर्श
ज्ञान पुंज से
तिमिर दूर कर
प्रज्ञा चक्षु दो
आशा सक्सेना
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