22 जनवरी, 2019

जिए जा रहे हैं


जिए जा  रहे हैं 
मर मर कर जिए जा  रहे हैं
जीवन को खींछे  जा   रहे हैं
जिन्दगी की गाड़ी न थमती
 उसे ही ढोना है
आखिर कब तक सहारा देगा
न जाने कब थम जाएगा
कौन जाने क्या होगा  
पर हमने हार न मानी है
खून पसीना एक कर
साहस जुटा रहे हैं
हर समस्या का समाधान
जितनी भी कठिनाई आए
कोशिश उसे हल करने की
मन में जुटा रहे हैं
मोर्चा छोड़ नहीं  रहे हैं
जीने की इच्छा आहत हुई है
हो गई है  बोझ अचानक
उसे ही सहे जा  रहे है
एक पहिया हुआ खराब
अब बारी है दूसरे की
जब तक जीना है
कुछ एसा ही सहना है|

आशा

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