जितनी भी कोशिश करलो
कुछ फल प्राप्त नहीं होता
हो यदी भाग्य सहायक
दृढ
इच्छा शक्ति हो मन में
तभी इच्छा पूर्ण होती है
इसे पाने में गहन चिंतन
मनन
करना पड़ता है
कोशिश बिना किये ही
कुछ तब भी नहीं मिल पाता
सारे प्रयत्न एक साथ हों तभी
कुछ सार निकल पाता है
चाहत
पूरी हो पाती है |
आशा
आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन अंग दान दिवस और ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।
जवाब देंहटाएंसूचना हेतु आभार हर्ष जी |
हटाएंलाख टकेे की बात !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद टिप्पणी के लिए |
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