रहे सदा अटल अपने नाम की तरह 
जो भी मन में ठाना  पूर्ण किया शिद्दत से
 हर
सही  बात पर अडिग रहे नहीं डिगे उससे 
जो भी देश हित के लिए सोचा किया 
जुटे रहे पूर्ण मनोबल से |
सफलता से मुख न मोड़ा 
असफलता से भय न माना 
आए राजनीति में जब 
 समाज
के हित को दी प्राथमिकता | 
जब राजनीति में कदम रखा 
सदा बैठे पक्ष में या विपक्ष में 
ना केवल दिखावे के लिए 
 सदा अटल रहे सत्य पर |
विश्वास नहीं डगमगाया 
 कभी हार
नहीं स्वीकारी
 सदा
दृढ़ संकल्प रहे
 आत्मबल से  सराबोर रहे|
हुए युग प्रवर्तक अनुयाइयों के लिए 
दिया दृढ़ नेतृत्व विपक्ष को 
बार बार दल परिवर्तन न किया 
जैसा नाम वैसा ही काम 
यही रही विशेषता विशेष आपमें 
सादर नमन अटल आपको |
आशा 

अटल जी को भावभीनी श्रद्धांजलि ! ऐसे विशाल हृदय और सशक्त नेता विरले ही इस धरती पर जन्म लेते हैं ! सादर नमन !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |
हटाएंभारत रत्न अटल जी को नमन।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद शास्त्री जी टिप्पणी के लिए |
हटाएंनमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा सोमवार (17अगस्त 2020) को 'खामोशी की जुबान गंभीर होती है' (चर्चा अंक-3796) पर भी होगी।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्त्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाए।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
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-रवीन्द्र सिंह यादव
सूचना हेतु आभार रवीन्द्र जी |
हटाएंबहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंधन्यवाद ओंकार जी टिप्पणी के लिए |
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