है २६ जनवरी आज हमारा राष्ट्रीय त्योहार
अद्भुद उत्साह दिख रहा है
बच्चों में व् बड़ों में
स्कूलों में विभिन्न आयोजन
किये जा रहे
कितनी प्रतियोगिताओं का
आयोजन किया जा रहा शालाओं में |
बच्चे और शिक्षक व्यस्त है मॉडल
बनाने में
कोई इसका आकलन करता कुछ नया
बनाना चाहता
जिससे सब से अलग दिखे
पुरूस्कार वही पाए
सभी प्रथम आना चाहते सब से
आगे निकलना चाहते |
उनको यह तक पता नहीं इस दिन
किसे पूजा जाता
नन्हां आता पूंछता किस भगवान् को पूजा जाता आज
उसकी उत्सुकता तब समाप्त
होती जब दूरदर्शन खोला जाता
समाचार सुने जाते आज के
कार्यक्रम देखे जाते |
इतने प्रश्नों का अम्बार
लगाए रखता जबाब देते नहीं बनता
सबसे कठिन प्रश्न यह होता शाला कब जाऊंगा झंडा फहराऊंगा
उसे इस दिन का महत्व् समझाया तभी प्रश्नों से छुटकारा पाया
उसे समझाया यही है ऐसा त्योहार जिसे सारा राष्ट्र मनाता |
जश्न ऐसा होता वर्षों तक याद किया जाता हमाए संविधान को
झंडा वंदन होता भाषण भी दिए
जाते फिर मिठाई वितरण होता
कोई संकल्प किया जाता जिसे
पूरा कर पाएं देश हित के लिए
पुरूस्कार दिए जाते राष्टपति
के द्वारा किये गए विशिष्ट कार्यों के लिए |
आशा सक्सेना
गणतंत्र दिवस मनाये जाने का रोचक वर्णन ! बढ़िया रचना !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |
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