06 जून, 2023

भोला बचपन

                                                           जब जन्म लिया कान्हां ने 

माता की गोद भरी थी 

मन में उत्साह जगा था 

सब ने बधाई दी मान को 

खुशियों से भरी थी

 कहीं कमी न थी मेरी रौनक मैं 

जी जान से जो मझे मिली थी 

सरल सतर्कजीवन जी लिया 

कभी रोया कभी खुद

 कोड काण्ड किया 

यही मेरा बचपन था 

जिसका इंतज़ार रहा

 यही उसका  बचपन मेरा था

आशा सक्सेना 

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