13 अक्तूबर, 2023

तुम जानो या ना समझो

 

यूँ तो आज  किसी का कोई नहीं है

 तुम समझो या ना समझो

किसी को अपने व्यवहार से

अपनाया भी जा सकता है |

तुम जानों या ना जानो

अपने झुकने से विनम्ब्र होने से

किसी को ख़ुशी मिले यदि

इससे  बड़ी बात क्या होगी |

हमने तो एक ही बात

 सीखी है अपने बड़ों से

गैरों को अपनाने से   

 गले लगाने से

बड़ी संतुष्टि मिलती है |

अपना होने की कला सब  नहीं जानते

 जो ख़ुशी मिलती है यदि बांटी जाए

और  किसी को संतुष्टि मिले

 तब विनम्रता से हानि नहीं होती |

दो बोल मीठे यदि बोले जाएं

 मन में ख़ुशी छा जाती है

वही अपना हो जाता है

 अपने करीब आ जाता है|

बस हमें और क्या चाहिए

 अपने सब नजदीक चाहिए

वही है अपना जो हमारा

 सुख दुःख समझे |

हमारा  होने का एहसास कराए

दिल से हमारा हो जाए

सच्चा मित्र रहे कभी ना  बदले  

कठिन समय होने पर  काम आए |

आशा  सक्सेबा 

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