24 अक्तूबर, 2023

दशानन कितने प्रभाव हर शीश में

 कहने को दसशीस से सजा है दशानन 

पर यह तो कभी देखा नहीं 

अन्दर क्या है 

हमने तो पढ़ा है उसके 

पांच शीश सुन्दर विचारों से भरे 

पर बाक़ी बचे बुराइयों में डूबे 

उनका ही संहार किया जाता हर वर्ष 

यही कहा जाता 

बुराइयों का वध होता हर वर्ष 

खुशियों  की  होती बढ़त  

बुराइयों के ऊपर  |

यही कारण है हर वर्ष दशहरा मनाने का 

खुशियों से बुराइयों  को हारने का |

सभी बहुत सजधज कर आते 

सब से मिलते जुलते सोना पत्ती देते 

राम की सवारी आती पूजन अर्चन उनका  होता 

रावण दहन करते मन को सुकून मिलता |

आशा सक्सेना 



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Your reply here: