सोचती रह जाती हूँ 
किसीआयोजन के लिए 
कोई दिन ही निर्धारित क्यों 
है उदाहरण  वैलेंटाइन डे का 
क्या प्रेम के इजहार के लिए भी 
दिन निर्धारण है जरूरी  ?
इसके लिए पहले या बाद में 
अपना विचार बताना
 गलत है क्या 
देने के लिए लाल गुलाब ही क्यों?
कोई दूसरा नहीं  क्यों  ?
यदि ना मिल पाए तो क्या 
रह जाए प्यार अधूरा ?
प्यार के प्रदर्शन के लिए  
मोहताज होना  विशिष्ट दिन के लिए 
क्या गलत नहीं ?
न जाने क्या आकर्षण है 
बाह्य प्रथाओं को अपनाने में 
और अनुगमन करने में
सारी सीमाएं तोड़ देने में |
आशा 

 



