समय ने बनाया दास 
हर सुविधा के साधन
का 
 आदि हो गए है उन  सब के 
जीना हुआ मुहाल उनके
बिना |
एक दिन यदि  बिजली  चली जाए 
हर काम अटक जाता है 
पंखा बंद होते ही 
नींद बैरन हो जाती
है |
सब  बिजली  के उपकरण
 जमाए बैठे अधिकार
घर के हर कार्य पर  
बिना बिजली कुछ भी संभव
नहीं है  | 
यही आश्रित होने की
आदत 
बहुत दुःख देती  है 
सामान्य जीवन  जी नहीं पाते 
आधुनिक संसाधनों के
बिना |
आशा 
 





