ऐसा कोई मापक न बना,
जो प्यार का बुखार उतार सके ,
कोई मानक पैमाना न हुआ ,
जो सही आकलन कर पाए |
विज्ञानं ने प्रगति कर ली है ,
मशीनें भी कई बना ली हैं
पर ऐसे उपकरण की खोज में ,
वह भी अभी तक असफल है |
अब तक कोई मशीन न बनी ,
जो प्यार की तीव्रता नाप सके ,
ऐसी कोई दवा न बनी,
जो प्यार का बुखार उतार सके |
मन में जिसने प्यार किया ,
और प्रगट न कर पाया ,
वह शायद सबसे असफल रहा ,
बाज़ी मार नहीं पाया |
जिसको प्यार जताना आया ,
उसने ही मीर मार लिया ,
पूरा-पूरा प्यार पाने का ,
केवल उसने ही अधिकार लिया |
इक तरफा प्यार प्यार नहीं होता ,
वह टिकाऊ भी नहीं होता ,
प्यार की आग में दोनों झुलसें ,
विरही मन दर-दर भटके ,
तब प्यार सोने सा तपता है ,
जीवन में खरा उतरता है ,
क्या होगा थर्मामीटर का ,
जब प्यार का बुखार उतर जाये ,
जब आँखों में प्यार छलकता है ,
समझने वाला ही समझता है ,
आँखें ही प्यार की भाषा समझती हैं ,
शायद प्यार का पैमाना होती हैं |
आशा
बहुत सुन्दर रचना !!! आपकी रचना पर कुछ याद आया
जवाब देंहटाएं' हमने देखी है उन आँखों की महकती खुशबू, हाँथ से छू के इसे रिश्तों का इल्जाम न दो। सिर्फ अहसास है ये, रूह से महसूस करो, प्यार को प्यार ही रहने दो, कोई नाम न दो। ...,
प्यार का बेहतरीन फलसफा पढने को मिला आपकी रचना में ! प्यार एक तरफा हो या दोतरफा ! जता दिया जाए या अनकहा ही रह जाए उसकी नियति में व्यथा ही व्यथा है यह भी एक परम सत्य है ! सुन्दर रचना के लिए बधाई !
जवाब देंहटाएं