04 जनवरी, 2012

अफवाहें

उडाती अफवाहें बेमतलब 
तुमने शायद नहीं सुनीं 
जब सामने से निकलीं 
लोगों ने कुछ सोचा और |
मन ही मन कल्पना की 
कोइ सन्देश दिया होगा 
तुम मौन थीं तो क्या हुआ 
आँखों से व्यक्त किया होगा |
कुछ  मन चले छिप छिप  कर
सड़क किनारे खड़े हुए 
इशारों से बतियाते रहते 
छींटाकशी से बाज न आते |
हम तुम तो कभी भी
आपस  में रूबरू न हुए
ना कभी आँखें हुईं चार
ना ही उपजा कभी प्यार |
फिर  भी ऐसा क्यूँ ?
मनचलों बेरोजगारों की
शायद फितरत है यही
कटाक्ष  कर प्रसन्न होने  की |
मन  ही मन ग्लानी होती है
उनकी सोच कितनी छोटी है
यदि अफवाहें तुम तक पहुंची
तुम भी क्या वही सोचोगी
जो मैं सोच रहा हूँ ?
आशा






18 टिप्‍पणियां:

  1. यदि अफवाहें तुम तक पहुंची
    तुम भी क्या वही सोचोगी
    जो मैं सोच रहा हूँ ?

    अफवाहें मानस को प्रभावित तो करती ही हैं.
    इसलिये अच्छा प्रश्न है यह.
    सुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार जी.

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  2. कभी कभी ये अफवाहें कुछ लोगों के नीरस जीवन को सरस बना जाती हैं ! ये जीवन की अनिवार्यता की तरह होती हैं और शायद ही कोई इनसे बच पाता हो ! सुन्दर अभिव्यक्ति !

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  3. मन ही मन ग्लानी होती है
    उनकी सोच कितनी छोटी है
    यदि अफवाहें तुम तक पहुंची
    तुम भी क्या वही सोचोगी
    जो मैं सोच रहा हूँ ?
    वाह आशा जी बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति सच में कभी-कभी यह अफवाहें जीवन को रस से भर देती हैं। जिनसे बचना नामुमुकिन है साधना जी की बात से सहमत हूँ :)

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  4. मन ही मन ग्लानी होती है
    उनकी सोच कितनी छोटी है
    यदि अफवाहें तुम तक पहुंची
    तुम भी क्या वही सोचोगी
    जो मैं सोच रहा हूँ ?मैं भी सहमत हूँ आपसे......

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  5. सराहनीय प्रस्तुति

    जीवन के विभिन्न सरोकारों से जुड़ा नया ब्लॉग 'बेसुरम' और उसकी प्रथम पोस्ट 'दलितों की बारी कब आएगी राहुल ...' आपके स्वागत के लिए उत्सुक है। कृपा पूर्वक पधार कर उत्साह-वर्द्धन करें

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  6. अफवाह के सन्दर्भ में छुपा हुआ जीवन -दर्शन अबूझ पहेली ही है..

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  7. कल 06/01/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
    धन्यवाद!

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  8. बहुत सुन्दर कविता आशा जी...
    कान का कच्चा होना बड़ी जटिलताएं पैदा करता है जीवन में..
    सादर.

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  9. अफवाहें जीवन को रस से भर देती हैं, अफवाह के सन्दर्भ में सुंदर अभिव्‍यक्ति।

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  10. बेहद सार्थक रचना.एक गहन चिंतन सहजता से कहा गया.

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  11. सार्थक खूबसूरत अभिव्यक्ति...
    सादर बधाई...

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  12. बहुत बढिया ....मन में उठी आशंका....को लिख दिया आपने

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