घुली मिली जल में चीनी सी
सिमटी अपने घर में
गमले की तुलसी सी रही
शोभा घर आँगन की |
ना कभी पीछे मुड़ देखा
ना ही भविष्य की चिंता की
व्यस्तता का बाना ओढ़े
मशीन बन कर रह गयी |
हर पल औरों के लिए जिया
खुद को समय न दे पाई
अस्तित्व उसका कब कहाँ खो गया
अहसास तक ना हुआ |
सोई रही गहरी
निंद्रा में
वही अचानक भ्रम से जागी
जो ढूँढ़ती थी वजूद अपना
केवल चुटकी भर सिन्दूर में |
खाई थीं कसमें दौनों ने
सातों वचन निभाने की
घर में कदम रखने के पहले
बंध गए प्यार के बंधन में |
पर वह भूला सारे वादे
कच्चा धागा कसमों का टूटा
प्यार का बंधन न रहा
बोझ बन कर रह गया |
अब वह खोज रही खुदको
सोच रही वह
क्या से क्या हो गयी
क्यूं ठगी गयी ?क्या पाया ?
हरियाली सपना हुई
अस्तित्व खोजाना व्यर्थ लगा
रह गयी अब बूढ़े वृक्ष की
सूखी डाली सी |
आशा
वाह बहुत सुंदर ! एक सम्पूर्ण जीवन यात्रा को बड़ी सशक्त अभिव्यक्ति दी है ! बढ़िया रचना !
जवाब देंहटाएंकविता अच्छी लगी जान कर बहुत अच्छा लगा |
हटाएंआशा
कल 11/08/2013 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!
सूचना हेतु आभार यश्वंत जी |
हटाएंआशा
जीवन में क्या मिला ?क्या नहीं मिला? उसका लेख जोखा थोड़े से शब्दों में -बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंlatest post नेताजी सुनिए !!!
latest post: भ्रष्टाचार और अपराध पोषित भारत!!
मैं आपकी सारी रचनाएं पढ़ती हूँ |टिप्पणी हेतु धन्यवाद |
हटाएंआशा
हटाएंमेरा अहोभाग्य ! आभार !!
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (11-08-2013) के चर्चा मंच 1334 पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ
जवाब देंहटाएंसूचना हेतु आभार अरुण जी |
हटाएंबहुत बढ़िया सशक्त अभिव्यक्ति ,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST : जिन्दगी.
टिप्पणी से लेखन को प्रोत्साहन मिलता है |
हटाएंआशा
वाह! बहुत ख़ूब!
जवाब देंहटाएंकाफी समय बाद आज आपको ब्लॉग पर देखा |टिप्पणी हेतु धन्यवाद
हटाएंअक्सर ऐसा ही होता है । सच बात ।
जवाब देंहटाएंटिप्पणी हेतु धन्यवाद |
हटाएंबहुत ही संवेदना पूर्ण रचना ..एक औरत की जीवन यात्रा को बखूबी बयां करती हुई
जवाब देंहटाएंटिप्पणी हेतु धन्यवाद नीरज जी |
हटाएंअस्तित्व खोजाना व्यर्थ लगा
जवाब देंहटाएंरह गयी अब बूढ़े वृक्ष की
सूखी डाली सी |..... मर्म को उद्द्वेलित करती सुन्दर कविता !
आपको अपने ब्लॉग पर देख बहुत अच्छा लगा | टिप्पणी हेतु धन्यवाद |
हटाएंआशा
....वेदना में सौंदर्य !!!
जवाब देंहटाएंब्लॉग पर आ हौसलाअफजाई के लिए धन्यवाद |
हटाएंआशा