Akanksha -asha.blog spot.com
04 जुलाई, 2015
समर्पण
भावों के धागे में
शब्दों के पुष्प गूंथ
माला बनाई है
श्याम तुझे
अर्पण करने को
स्वीकार करो
यह तुच्छ भेट
भक्ति भाव में
खोने दो
चरणों में दो
स्थान प्रभू
आत्म समर्पण
करने दो |
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