06 सितंबर, 2019

गुरू की शिक्षा (हाईकू )







तुम शिक्षक
हो तो वेतन भोगी
लेकिन दानी

माता के बाद
हे ज्ञान दाता गुरु
तुम्हें नमन

आपसे मिली
शिक्षा की धरोहर
अमूल्य निधि

हूँ जो आज मैं
आपका आशीष है
चरण स्पर्श

ज्ञान पुंज से
तिमिर दूर कर
प्रज्ञा चक्षु दो


आशा सक्सेना 

5 टिप्‍पणियां:

  1. जी नमस्ते,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (07-09-2019) को "रिश्वत है ईमान" (चर्चा अंक- 3451) पर भी होगी।


    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    आप भी सादर आमंत्रित है
    ….
    अनीता सैनी

    जवाब देंहटाएं
  2. धन्यवाद ओंकार जी टिप्पणी के लिए | |

    जवाब देंहटाएं

Your reply here: