कितनी शिकायतें सुननी होंगी
उसका अंदाज नहीं है क्या ?
फिर भी कूद रहे हो बिना तैयारी के
जिन्दगी के मैदाने जंग में |
कितनी बार सबने समझाया
पहले सोचो फिर कार्य करो
यदि दिल दिमाग जाग्रत रखोगे
कभी न पछतावा होगा |
भावुक होना जल्द्बाजी में
उसी सोच पर कार्य करना
असफल रहे यदि यत्न न किया
सर न उठा पाओगे |
घुटन होगी असफल हो कर तब
कितनी ही बार सोचोगे
पहले ही यदि सोच लिया होता
यह दिन न देखना पड़ता |
आँखें खुली रख जब दिल से सोचोगे
किसी हद तक सफल रहोगे
दिल का सोच सब सही नहीं होता
यदि प्रतिफल न मिला पछताओगे |
केवल भावनाओं में जीने से
कोई सफल नहीं होता
दिल दिमाग दौनों हैं आवश्यक
सफलता पाने के लिए |
साहस के बिना भी कुछ न होगा
प्रयत्न पूरी शिद्दत से करना होगा
इस शिक्षा पर यदि चलोगे तभी सफल होगे
जिन्दगी की कठिन परीक्षा में |
सफलता तुम्हारे कदम चूमेंगी
समाज तुम्हें देगा सम्मान
गिनी चुनी हस्तियों में होगा नाम
यथोचित सम्मान तुम पाओगे |
आशा
धन्यवाद आलोक जी टिप्पणी के लिए |
जवाब देंहटाएंउत्तम सोच से युक्त सार्थक रचना !
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