कब तक किसी का
 सहारा लोगे 
क्या कभी खुद पर
 भी भरोसा रखोगे |
 है यही समस्या तुम्हारी 
किसी  कार्य की रूप रेखा नहीं 
स्पस्ट तुम्हारे मन में 
कभी कुछ और क्या चाहत है |
नहीं तुम जानते 
क्या करना है 
क्या करना चाहते हो 
जिससे सफलता हाथ आ पाए |
कुछ भी फल न मिला है 
सिवाय असंतोष के 
असफलता ही हाथ आई है 
यहीं तुमने मात खाई है |
सफ़लता प्राप्त करने के लिये आत्म विश्वास का होना बहुत आवश्यक है ! बहुत सुंदर संदेशपरक रचना !
जवाब देंहटाएंThanks for the comment ji
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