रंग रंगीली होली आई रे
किया सारे साल इंतज़ार होली का
काफी दिन पहले से
घर की सफाई की
मिठाई बनाई |
खेला रंग मित्रों के संग
श्याम पड़े होली जुलाई
हिल मिल मिठाई खाई
आपस का भेदभाव भूले
गले मिले बैर भूले
मन में कोई कटुता नही रही
यही है विशेषता इस त्यौहार की
वर्ष में एक बार ही ऐसा त्यौहार आता है
जब जाति धर्म का भेद नहीं होता
सिर्फ बड़े छोटे का ही अंतर होता है
छोटे सब बड़ों के पैर छूते
बड़े आशीष देते और बहुत खुश होते |
आशा सक्सेना
होली त्योहार है ही सद्भावना और मेल मिलाप का ! होली की हार्दिक शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंThanks for the comment
हटाएंधन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |
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