किसी के प्यार में
उसको भुलाया तुमने
यह क्या किया
क्या यही तुम्हारा फर्ज था
अपने कर्तव्यों को भुलाया |
या तुम्ही भूले उसको
क्या यही कुछ सीखा उसने या तुमने
तुमने तो बताया था
उसकी हर बातको अंगीकार करोगे |
दिल से अपनाओगे
पर तुमने अपना वादा तोड़ा
उसके मन को ठेस पहुंचाई
अपना वादा उससे तोड़ा
सोचो कभी इस वादा खिलाफी को
ईश्वरभुलादेगाऔर
तुम्हें क्षमा कर देगा|
पर उसकेघर में देर है अंधेर नहीं
हर बात का लेखा लिखा है उसके खाते में
तुम माननाउसका कहा
राह ना भटक जाना| |
आशा सक्सेना
सही सन्देश देती सुन्दर रचना !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |
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