जीवन किसी का व्यर्थ नहीं
 जो चाहे अपनाए पर मांगे नहीं  उधार 
किसी के आगे हाथ ना  पसारे 
आत्म सम्मान  को कभी ना  खोने दे |
किसी से मिली शिक्षा को 
  मन में
सजाए रखा है बड़ा संतोष मिलता
 जब सुनी अपनी प्रसंसा अन्यों से 
उसे अपनाने में कोई घाटा तो
नहीं हुआ 
पर जो मार्ग पसंद किया वही
सही मिला |
मैं खुश हूँ मुझसे कोई
असंतुष्ट नहीं है 
सब को यथोचित सम्मान मिला
है 
समाज में नाम मिला है मुझे 
वही सब को अपनेपन का अहसास
करता है|  
आशा सक्सेना |
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