19 अगस्त, 2023

लोग आज की दुनिया के

यह चमक दमक देखते 

आकृष्ट होते इस दुनिया के आकर्षण से 

जो भी वस्तु होती नवीन और आकर्षक 

उसे पाने की मनोकामना  रखते  |

ये दुनिया जैसी है वैसी दिखाई नहीं देती 

कई मुखोटे लगे यहाँ रहने व़ालों से चहरे पर 

उनकी असलियत पहचानी नहीं जा सकती 

कथनी और करनी में अंतर  बहुत है |

यदि होते एक सामान  बात ही कुछ और होती 

सफलता से दूर ना  होते 

खुश हाली जीवन में आतीजीवन को रंगीन बनाती |

जो लोग सारी चमक से दूर रहते 

वे ही सफल होते जीवन में 

यदि सफलता ना आती जीवन में 

वे  अपनी करनी को कैसे असफल  होने देते |

यदि जीवन बेरंग होता जीवन से मन उचट जाता 

बेनूर जिन्दगी का क्या फ़ायदा वह  ना तो  खुद जीवंत रह पाती 

नाही अपनी खुशियाँ बांट पाती अपनों 

|इन सतही जीवन के वादों से क्या लाभ 

समझते ही नहीं दिखावे की दुनिया  जीने वाले 

सभी सतही बातों  से जीता नहींजा सकता 

ऐसे दिखावे की दुनिया में कोई कैसे जीए  |


आशा सक्सेना 



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