कवि के भाव खोजते उचित शब्दावाली 
मन के विचार  व्यक्त करने को 
जब सही शब्द मिलते
 वहअपने मन के भेद खोल पाता |
जब पूरी संतुष्टि शब्दो से होती 
सुन्दर रचना का जन्म होता 
उसका मूल्यांकन  हो पाता 
कवि  के विचारों  को पंख मिलते उड़ने को |
अपने को ठीक से समझाने के लिए 
यदि कोई धुन चुन कर वह गुनगुनाता 
जब वह गाता अपनी रचना को 
लोगों के मुंह से वाह वाह लिकलती |
मन प्रफुल्लित हो जाता
लेखन उसका  सार्थक होजाता 
और प्रोत्साहन मिलता 
अन्य रचना के जन्म को |
आशा सक्सेना 
सुंदर प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंdhanyvaad onkar ji
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