15 जनवरी, 2024

कवि के भाव खोजते


 कवि के भाव खोजते उचित शब्दावाली

मन के विचार  व्यक्त करने को

जब सही शब्द मिलते

 वहअपने मन के भेद खोल पाता |

जब पूरी संतुष्टि शब्दो से होती

सुन्दर रचना का जन्म होता

उसका मूल्यांकन  हो पाता

कवि  के विचारों  को पंख मिलते उड़ने को |

अपने को ठीक से समझाने के लिए

यदि कोई धुन चुन कर वह गुनगुनाता

जब वह गाता अपनी रचना को

लोगों के मुंह से वाह वाह लिकलती |

मन प्रफुल्लित हो जाता

लेखन उसका  सार्थक होजाता

और प्रोत्साहन मिलता

अन्य रचना के जन्म को |

आशा सक्सेना

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