02 जनवरी, 2024

हाइकु

 

१-जिस दिन से

यह खेल हुआ है

  मजा आ गया  

२-जिन्दगी  यहाँ 

सीधी लकीर नहीं

 कांटे  हैं यहाँ 

३- उलझन है

मार्ग सीधा नहीं है

कोशिश करो

४-सागर नहीं

गहरा सरोबर

गहरी खाई

५-कितना भय

जल कलकल से

भय ना कर

आशा

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