पार लगाओ
नैया कन्हैया
भवसागर में
फंसी हुई है
मेरी नैया |
हो एक तुम्हीं
जिस पर
आशा टिकी है
किसी और पर
भरोसा नहीं है |
मेरा अडिग विश्वास
तुम पर है केवल
यदि ना आए
डगमगा जाएगा
नहीं फिरसे आयेगा |
तुम ही
सारे जग को
पार लगाने वाले
बस एक बार
आजाओ कन्हैया |
आशा
नैया कन्हैया
भवसागर में
फंसी हुई है
मेरी नैया |
हो एक तुम्हीं
जिस पर
आशा टिकी है
किसी और पर
भरोसा नहीं है |
मेरा अडिग विश्वास
तुम पर है केवल
यदि ना आए
डगमगा जाएगा
नहीं फिरसे आयेगा |
तुम ही
सारे जग को
पार लगाने वाले
बस एक बार
आजाओ कन्हैया |
आशा
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