10 अक्तूबर, 2021

मध्यप्रदेश


                          हमारे देश का हृदय है मध्य प्रदेश

भारत  के दिल में बसता 

पांच राज्यों की सीमाएं छूती इसे  

यह दिल से अपनाता सब को

कोई विवाद नहीं किसी से  |

 है प्रचुर वन संपदा यहाँ

 खनीजों की भी कमी नहीं

उर्वरा भूमि है यहाँ की

 हरियाली भरपूर यहाँ |

अभयारण्यों की वृहद सूचि है

है उत्तम रखरखाव  वहां का

पर्यटन स्थलों की कमी नहीं

है पांच अक्षरी नाम मध्यप्रदेश  |

इसने सबका  दिल जीत लिया है

हर क्षेत्र में खरा उतारा है  

है अग्रणी सांस्कृतिक गतिविहियों में

कालीदास की नगरी उज्जैनी |

कृष्ण सुदामा की शिक्षा स्थली

संदीपनी आश्रम में पाई थी शिक्षा दौनों ने

मंदिरों की नगरी अवन्तिका   

महाकाल  बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक

 हरसिद्धि देवी काल भैरव प्रसिद्ध  यहाँ |

पांच प्रमुख नदी  हैं इस प्रदेश की  

कालीसिंध शिप्रा चम्बल बेतवा नर्मदा  

पेय जल की कमी नहीं है

 हरा भरा है मध्य प्रदेश |

 है अग्रणी  हर क्षेत्र में इंदौर

देश के सबसे स्वच्छ शहरों में से एक

 जन मानस  सरल सहज यहाँ

उनका सहयोग बड़ा है इसे नम्बर एक बनाने में |

पांच प्रमुख बोलियाँ बोली जाती यहाँ 

यहाँ जो भी यहाँ आता यहीं बसना चाहता

 सबको अपनाते घुलमिल जाते   

 पानी में चीनी की तरह यहाँ |

भोपाल है राजधानी यहाँ की

 ताल तलैया भरे लबालब जल से

पर्यटक जब भी आते मौसम होता इतना प्यारा

 समय कम पड़ जाता घूमने के लिए |

तानसेन की कर्म भूमि यहीं थी

मशहूर ग्वालियर हुआ सांची के स्तूप से

ओरछा का महल  खजुराहो के मंदिर

हुए प्रसिद्ध प्रस्तर शिल्प के लिए|

यहीं जन्मी बड़ी हुई यहीं शिक्षा पाई

है यही कर्मभूमि मेरी  भी 

मध्य प्रदेश पर हो क्यों न  गर्व मुझे |

आशा 


2 टिप्‍पणियां:

  1. वाह ! महत्वपूर्ण जानकारी से युक्त बहुत ही सार्थक रचना ! अति सुन्दर !

    जवाब देंहटाएं
  2. सुप्रभात
    धन्यवाद आलोक जी टिप्पणी के लिए |

    जवाब देंहटाएं

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