08 मई, 2022

मेरी माँ

 

माँ तुम्हारी ममता ने

प्यार दुलार ने सुख दुःख में

सर हाथ से सहलाना

मैं आज तक भुला नहीं पाई |

बचपन में जब भी जरासी

तबियत बिगड़ जाती थी

खुद खाना पीना छोड़

मुझे सम्हालती रहती थीं |

कभी डाटा नहीं सिर्फ समझाया 

मुझे मिला संबल जब प्यार से समझाया

कभी उदास न होने दिया

ना ही कोई कमीं रखी

चाहे कितनी ही कठिनाई आई

 मैंने तुम्हारे आँचल में शरण पाई |

जब बचपन में शरारत करती थी

तुम्ही मुझे प्यार से समझातीं थी

धूल धूसरित घर आती

 तब जरूर डाट खाती थी

जान जाती थी  गलती अपनी |

तुमने जानी मेरी क्या थी समस्या

 खुद ने अपना सारा जीवन  किया

 निसार उचित अनुचित का ज्ञान दिया

 हर कदम पर ध्यान दिया |

मार्ग दर्शक तुम्हे बनाया  

सबल सफल व्यक्तित्व जो आज है

है  तुम्हारी  ही देन  

पहले नहीं थी समझ मुझे

 जब माँ बनी तब 

माँ का जीवन देखा 

अब समझ आया |

 मेरी माँ सब से अच्छी

इस दुनिया में

हर सफलता है देन तुम्हारी 

अब मेरी समझ में आया |

आशा

 

10 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर सोमवार 09 मई 2022 को लिंक की जाएगी ....

    http://halchalwith5links.blogspot.in
    पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!

    !

    जवाब देंहटाएं
  2. नमस्ते,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार 09 मई 2022 को 'तो क्या कुछ भी नहीं बदला ?' (चर्चा अंक 4424) पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है। 12:01 AM के बाद आपकी प्रस्तुति ब्लॉग 'चर्चामंच' पर उपलब्ध होगी।

    चर्चामंच पर आपकी रचना का लिंक विस्तारिक पाठक वर्ग तक पहुँचाने के उद्देश्य से सम्मिलित किया गया है ताकि साहित्य रसिक पाठकों को अनेक विकल्प मिल सकें तथा साहित्य-सृजन के विभिन्न आयामों से वे सूचित हो सकें।

    यदि हमारे द्वारा किए गए इस प्रयास से आपको कोई आपत्ति है तो कृपया संबंधित प्रस्तुति के अंक में अपनी टिप्पणी के ज़रिये या हमारे ब्लॉग पर प्रदर्शित संपर्क फ़ॉर्म के माध्यम से हमें सूचित कीजिएगा ताकि आपकी रचना का लिंक प्रस्तुति से विलोपित किया जा सके।

    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।

    #रवीन्द्र_सिंह_यादव

    जवाब देंहटाएं
  3. आपने बहुत ज़रूरी बात याद दिला दी. मेरी माँ मेरे लिए दुनिया में सबसे अच्छी है.

    जवाब देंहटाएं
  4. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  5. माँ की महिमा को अभिव्यक्त करती सुन्दर प्रस्तुति !

    जवाब देंहटाएं

Your reply here: