08 जनवरी, 2024

महिमा श्री राम की

 

महिमा श्री  राम की

प्रभु  राम बसे मेरे मन में

यह पहले एहसास न हुआ था  

 जीवन में  गति आते ही

प्रत्यक्ष दर्शन किये राम के |

पहले कोई आस्था न थी धर्म पर  

ना थी श्रद्धा विशेष किसी धर्म पर

जैसे ही माया मोह  में लिप्त  हुए

 जान गए कैसे झंझटों से मुक्ति हो |

 धर्म पर आस्था की महिमा जानी  

दसियों जगह घूमें भटके

मन की  शान्ति की खोज में

समस्याओं के निदान के लिए |

 पर कोई हल न मिला  

तब अपने मन में राम को खोजा |

 पा कर राम को वहां  

 शान्ति का अनुभव किया

 अब चारो ओर  मुझे

 दिखाई देते श्री  राम |

आशा सक्सेना

 

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