13 जुलाई, 2017

नयी राह

distant beautiful sights.and a long road. pics  के लिए चित्र परिणाम

जब कोई अंग अक्सर कहने लगे 
रुक रुक रुक रुक 
समझ में आये 
कहीं कोई अकारण ही 
कहीं भी रुक जाए ! 
कभी परिवर्तन स्थान का होता 
कभी परिवर्तन सोच का होता ! 
कहीं मन में बिखराव होता 
तो जीवन के अंधे मोड़ पर 
कहीं किसी जगह 
केवल ठहराव आता ! 
मन को इस परिवर्तन की 
आदत सी हो गयी है ! 
दुनिया व्यर्थ सी लगती है 
जीवन में सब अकारथ है 
कहीं भी कुछ ऐसा नहीं है 
जिससे मन जुड़ा हो ! 
दिल की बगिया 
अकारण ही उजड़ने लगी है ! 
रंग बिरंगे फूलों की क्यारियों में 
फूल बेरंग हो गए हैं ! 
सूख गए हैं ! 
पर एक अनोखी उड़ान ने 
नई दुनिया के द्वार पर 
एक नई राह खोली है ! 
जीवन में हर पल नया है 
और इस पल से 
इसी मार्ग पर चल पड़ा है ! 
सुखद है या दुखद 
यह तो पता नहीं 
पर कुछ तो नया है 
जो मन को भाता है ! 


आशा सक्सेना 





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