15 अक्तूबर, 2019

किसने कहा तुमसे


 
किसने कहा तुमसे
कि दामन थाम लो मेरा
क्या है सम्बन्ध मेरा तुमसे
जग जाहिर किया जब से
नफरत सी हो गई है
नजरों के सामने से हटे जब से
तुम किसी काबिल नहीं हो
केवल हो दिखावे की मूरत
या हो एक छलावा
ऊपर कुछ और अन्दर कुछ
जग जाहिर हुई है
असलियत तुम्हारी जब से
नहीं है कोई उन्सियत तुमसे
तुम्हारा प्यार है एक दिखावा
परमात्मा दूर रखे तुमसे
जिल्लत सहन नहीं होती
कितनी बार कहूँ तुमसे |
आशा 

14 अक्तूबर, 2019

अभिमान

अभिमान कहो या गर्व
कुछ तो ऐसा है
कि तुम्हारा मुखमंडल
उन्नत हुआ है
हमें भी नाज है तुम पर
बड़े दिल से सम्मान किया है
याद रहे कभी इसे
घमंड में न बदल देना
नहीं तो सर शर्म से झुक जाएगा
कर्तव्य ही छुप जाएगा
केवल अधिकार की चाहत
कभी पूरी न हो पाएगी
अभिमान मिट्टी में मिल जाएगा
फिर लौट कर न आएगा |
आशा