23 दिसंबर, 2016

हैप्पी क्रिसमस

नित नए अभियान चले है 
देश के उत्थान के 
सारा देश हुआ व्यस्त 
स्वच्छता अभियान में 
बच्चे बूढ़े और युवा 
प्रतिभागी इसके बने हैं
सभी योगदान देते हैं 
कचरा यथास्थान डालते 
पर्यावरण  सवारते 
है कल हमारा त्यौहार 
वर्ष भर रहा जिसका इन्तजार 
हमने भी एक स्वप्न सजाया 
अपने घर को स्वच्छ बनाया 
किया आयोजन
 एक प्रतियोगिता का 
सब ने बढचढ कर
 भाग लिया है 
अपना अपना नाम लिखाया
है नाम इसका भी 
स्वच्छता अभियान हमारा 
नन्हें मुन्ने बच्चों  आओ
 पहले अपना कक्ष सजाओ 
फिर खुदपर भी ध्यान धरो 
अपना अपना रूप सवारों 
जोभी स्वयं सज जाएगा 
कक्ष  भी  जिसका स्वच्छ सुघड़ 
वही होगा हकदार 
उस अनमोल तोहफे का 
 कल जब जिंगल बैल बजेगी 
महमान हमारा संताक्लाज
तोहफे ले कर आएगा 
सबसे बड़ा तोहफा उसको देगा 
गर्व से सर  उन्नत  हो जाएगा 
फिर केक काट सब को बांटेंगे 
लोग उसे बाहों में लेंगे
प्रेम का इजहार करेंगे
और कहेंगे हैप्पी क्रिसमस
मैरी क्रिसमस |
आशा




21 दिसंबर, 2016

अनजानी इबारत



दिल की दीवार पर
कुछ आज लिखा देखा
नहीं किसी जैसा
पर जाने क्यूं आकृष्ट करता
बहुत सोचा याद किया
फिर मन ने स्वीकार किया
याद आगई वह इबारत
जब कलम भी न पकड़ी थी
मम्मीं की कलम से रोज
उनकी ही कॉपी में
लड्डू बनाया करती थी
उसपर भी रोजाना
तारीफ पाया करती थी
उससे जो प्रसन्नता होती
आज तक न मिली
तब कलम नहीं छूटती थी
अब कोई वेरी गुड
 देने वाला नहीं मिला |
आशा

19 दिसंबर, 2016

अग्नि(हाइकू )


१ -
है तेरा प्यार
दहकता अंगार
कभी न बुझे |
२-
साथ पुष्प के
कंटक भी जलाते
बच  न पाते |
३-
अग्नि मन की
बेचैन किये जाती
शान्ति न रहती |
४-
नयन तारा
माता का था  दुलारा
शहीद हुआ |
५-
पेट की आग
करती हाहाकार
विश्राम नहीं |
६-
वन कि आग
हुई अनियंत्रित
जलाती गई |
७-

दाह अग्नि  का 
जलाता तन मन 
जब भभके |

आशा