12 मई, 2014

रिश्ते



  1. रिश्ते :-
    कैसे ये रिश्ते
    पल में बदलते
    सतही होते |

    बनाया रिश्ता
    स्नेह से अपनाया
    नहीं टूटता |

    यूं अचानक
    दिल से दिल मिले 

    रिश्ता  है एक |



    रेत के ढेर
    हवा में उड़ते हैं
    रिश्ते बे पैर |

    रिश्ते सुहाने
    जब क्षीण हो जाते
    होते बहाने |

    दृग बोलते
    तुम न समझते
    भ्रमित होते |


    आशा

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